Hapur Crime News: हापुड़ पुलिस ने क्रेडिट कार्ड से ठगी करने वाले और अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का किया खुलासा, कई राज्यों में सक्रिय था गिरोह

Hapur Crime News: हापुड़ पुलिस ने क्रेडिट कार्ड से ठगी करने वाले और अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है। जिसमें साइबर सेल की टीम ने क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी से ग्राहकों के खाते से पैसे निकालने वाले गिरोह के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 10 हजार रुपए, 9 मोबाइल फोन, एक लग्जरी कार और अन्य सामान बरामद किया है। ये अभी तक करीब 100 से अधिक लोगों के साथ लाखों की ठगी कर चुके हैं। यह गिरोह एनसीआर के अलावा अन्य राज्यों में सक्रिय था।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि पहले वे क्रेडिट कार्ड की जानकारी प्राप्त करते थे। इसके बाद बैंक के अधिकारी बनकर उनको कॉल करके सीपीपी प्लान एक्टीवेट या डिएक्टीवेट कराने के लिये अपनी बातों में फंसाकर उनसे जन्मतिथि व ओटीपी की जानकारी करके फेक अकाउंट बनाकर रेंट पेमेंट की के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लेते थे। धोखाधड़ी से निकाली गयी धनराशि हम लोग आपस में बांट लेते हैं।
दिल्ली रोड से हुई गिरफ्तारी
आरोपियों को दिल्ली रोड के एसएसवी कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम पुनीत वर्मा निवासी दाल मिल वाली गली उत्तम नगर थाना उत्तम नगर जिला द्वारका दिल्ली, रोहित सोनी निवासी शिव चौक निकट रघुनाथ मंदिर थाना सिटी जिला फतेहाबाद हरियाणा बताए हैं।
अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश
हापुड़ देहात पुलिस व एसओजी टीम ने चेकिंग के दौरान अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। जिनकी निशानदेही पर चोरी की 4 कार, 6 जोड़ी नम्बर प्लेट, 2 स्कैनर, 3 वाई-फाई डिवाइस व भारी मात्रा में वाहन चोरी करने के उपकरण बरामद किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं। जिनके विरूद्ध उत्तराखण्ड, गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद में चोरी, आबकारी, आर्म्स एक्ट व हत्या का प्रयास आदि के करीब 24 मुकदमे पंजीकृत हैं।
आरोपियों के कब्जे से बरामद चोरी की कार।
वाहनों को चोरी कर बदलते थे नंबर प्लेट
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी वाहनों को चोरी कर धोखाधड़ी से वाहनों की नम्बर प्लेट बदलकर वाहनों को बेचकर आर्थिक लाभ कमाते थे। रात में ऐसी गाड़ियों की रेकी करते थे जो सुनसान स्थान व शादियों के मौके पर होटल या मैरिज होम के आस-पास खड़ी होती थी। इसके बाद लॉक तोड़कर मास्टर की का उपयोग करके गाड़ी लेकर फरार हो जाते थे। तीनों आरोपियों को टियाला बाईपास से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपने नाम सोनू निवासी मोहल्ला व्यापारीयान कस्बा व थाना मुरादनगर जनपद गाजियाबाद, फारूख निवासी गांव सोन्दा थाना निवाडी जनपद गाजियाबाद, शहनवाज उर्फ गोलू निवासी बेगमाबाद थाना मोदीनगर जनपद गाजियाबाद बताए हैं।
बिहार तक फैला था नेटवर्क
एसपी ने बताया कि पकड़े गए वाहन चोरों का नेटवर्क बिहार तक फैला है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से वाहन चुराकर उन्हें बेचने के लिए बिहार जाते थे। तीनों चोर वाहनों को हाईवे के टूल पर पुलिस से बचने के लिए कैश लेन से गुजरते थे। जिसके चलते वह आसानी से पहुंच जाते थे। जबकि 50 हजार से एक लाख रुपए प्रति कार के हिसाब से बेच देते थे। जबकि कार खरीदने वाला गिरोह रास्ते का खर्च और ट्रेन के टिकट भी देता था।