Bundelkhand University Ragging: रैंगिग के खिलाफ सीनियर्स से भिड़े बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के छात्रों के फूटे सिर, HOD ने दी फोन ऑफ करने की सलाह

Bundelkhand University students clash with seniors against ragging, HOD advises to switch off phone
 

Bundelkhand University Ragging: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में सीनियर्स और जूनियर्स रैगिंग को लेकर आपस में भिड़ गए। इसी कारण देर रात तक करीब 5 घंटे के आसपास कैंपस में जमकर उपद्रव हुआ। इस हमले में सीनियर्स ने जूनियर्स स्टूडेंट्स को कैंपस में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। इस हमले में 10 से ज्यादा छात्रों को गंभीर रूप से चोट आई है। वहीं 4 छात्रों के सिर फट गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जूनियर्स का इंट्रो लेने के लिए सीनियर्स ने उन्हें हॉस्टल में बुलाया था। बता दें कि जूनियर्स कैंपस के बाहर किराए पर रहते हैं। जिसके चलते उन्होंने हॉस्टल में आने से मना कर दिया। इसी कारण से सीनियर्स नाराज हो गए। बीते बुधवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में कार्यक्रम देखने आए 12 जूनियर छात्रों की 40- 45 सीनियर्स ने घेराबंदी कर लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी। 

सीनियर्स ने रची साजिश


वहीं बीटेक फर्स्ट ईयर के छात्र संस्कार ने बताया कि वह यूनिवर्सिटी में नहीं रहकर बाहर रहते हैं। उसने बताया कि लॉर्ड बुद्धा हॉस्टल के सीनियर रात में रैगिंग के लिए बुलाते हैं औऱ गालियां देते हैं। जब इसकी शिकायत HOD से की तो उन्होंने कहा कि फोन स्विच ऑफ कर दो। संस्कार ने बताया कि जब वह फोन ऑन करते हैं तो फिर से कॉल आने लगती हैं। सीनियर्स कहते हैं कि इंट्रो के लिए क्यों नहीं आ रहे हो। उसने बताया कि सीनियर्स इंट्रो के नाम पर 5-5 घंटे बैठाकर रैगिंग करते हैं। जब जूनियर्स इंट्रो के लिए नहीं गए तो सीनियर ने साजिश करना शुरू कर दिया। इसके बाद फर्स्ट बैच के जो लड़के यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहते हैं। उनसे बाहर रहने वाले लड़कों के फोटो और वीडियो मंगवाए गए। वहीं बीते बुधवार को ऑडिटोरियम में प्रोग्राम देखने फर्स्ट ईयर के 12 स्टूडेंट्स गए थे। 

दोनों पक्षों में जमकर हुई मारपीट


संस्कार ने बताया कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब वह लोग साढ़े 6 बजे के आसपास बाहर निकले तो देखा कि 40 से 45 सीनियर लाठी-डंडे लेकर खड़े थे। यह देख जूनियर्स ने भी अपने साथियों को बुला लिया। बातचीत के दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया। लेकिन सीनियर्स के संख्या में ज्यादा होने के कारण उन्होंने बेरहमी से जूनियर्स की पिटाई कर दी। इस हमले में फर्स्ट ईयर के दीपक वर्मा, साहिल सिंह, सेकंड ईयर के अंकित वर्मा और जीशाम के सिर गंभीर चोट आई हैं। वहीं हमले के बाद मौके पर पथराव शुरू हो गया। सीनियर्स ने जूनियर्स को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान कई घंटे तक दोनों तरफ से पथराव और हंगामा हुआ। वहीं इस हंगामे के दौरान यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड तमाशबीन बने रहे। सिक्योरिटी गार्ड ने न तो बीच-बचाव किया औऱ न ही उपद्रवियों को पकड़ने का प्रयास किया। 

यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर लगा पक्षपात का आरोप


छात्रों का आरोप है कि सिक्योरिटी गार्ड ने सीनियर्स को रोकने की कोशिश नहीं की। अपने साथियों को घायल देखकर जूनियर्स ने एकत्र होकर कानपुर रोड पर जाम लगाने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने समझाबुझा कर जाम खुलवाया। छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर पक्षपात का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सीनियर्स पहले भी इस तरह की हरकत कर चुके हैं। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं मामले की सूचना पर मौके पर यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, एसपी सिटी राधेश्याम राय समेत कई थानों फोर्स पहुंची। SP सिटी राधेश्याम राय ने बताया कि जूनियर छात्रों की तहरीर के आधार पर तनुज गंगवार, दुर्गेश चौरसिया, विशाल राजपूत, श्रेष्ठ द्विवेदी समेत 40 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आज यानि कि गुरुवार को दोनों पक्षों को यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने बुलाया है। 

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