अतीक अहमद को साबरमती जेल से लेकर निकली यूपी पुलिस, 40 घंटे में प्रयागराज पहुंचेगा काफिला

यूपी पुलिस (UP Police) की एक टीम रविवार को गुजरात की साबरमती जेल (Sabarmati Jail) पहुंची है। माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को गुजरात से यूपी लाने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या से पहले उनकी किडनैपिंग मामले में उसकी 28 मार्च को प्रयागराज कोर्ट में पेशी है। इसकी सुनवाई पूरी हो चुकी है। इसीलिए उसे साबरमती से प्रयागराज लाया जाएगा।
साबरमती से प्रयागराज (Prayag Raj) आने में तकरीबन 40 घंटे का समय लगेगा, इस बीच काफिला तकरीबन 1300 किमी का सफर पूरा करेगा। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए काफिले में 6 गाड़ियां शामिल की गई हैं। उमेश पाल हत्याकांड मामले में 28 मार्च को कोर्ट में सुनवाई है, सुनवाई के दौरान अतीक को पेशी पर लाने की जिम्मेदारी यूपी पुलिस को मिली है।
सड़क मार्ग से 1300 किमी दूर प्रयागराज लाया जाएगा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रयागराज पुलिस गुजरात की साबरमती जेल से कुछ ही देर में भारी सुरक्षा के बीच कैदी वैन से अतीक अहमद को सड़क के रास्ते प्रयागराज लाएगी। इसके चलते पूरे रूट पर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। साबरमती से प्रयागराज की दूरी करीब 1300 किमी है। करीब 24 घंटे का सफर बताया जा रहा है।
अतीक ने 2006 में उमेश पाल का किडनैप किया, बिजली के शॉक दिए
प्रयागराज के चकिया क्षेत्र में अतीक की एक खंडहरनुमा बिल्डिंग है। इसमें घर और दफ्तर है। दफ्तर के आगे का हिस्सा एक बार मायावती की सरकार में 2006 में और दूसरी बार भाजपा की सरकार में 2020 में गिराया जा चुका है। आगे से तो यह तीन मंजिला भवन किसी भूत बंगले से कम नहीं लगता। चारों तरफ मलबा गिरा है।
मकान के ग्राउंड फ्लोर पर अतीक का टॉर्चर रूम है। इसी बिल्डिंग में साल 2006 में अतीक ने उमेश पाल को किडनैप कर रखा था। बताया जा रहा है कि अतीक जिसे उठवाता था, उन पर इसी रूम में जुल्म किए जाते थे। इसमें न पंखा मिला और न ही कोई और साधन।
2007 में अतीक और उसके भाई पर अपहरण का केस दर्ज हुआ
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अतीक ने 2006 में उमेश पाल को गन पॉइंट पर अगवा कर लिया था। उसे 3 दिन तक इसी रूम में टॉर्चर किया गया था। उमेश पाल को मारा-पीटा गया था। भूखा रखा गया था। बिजली के शॉक दिए गए थे। कहा जाता है कि अतीक ने उमेश को इतनी यातनाएं दीं कि वह डर गया।
अतीक ने उमेश से जबरन हलफनामे पर अपने पक्ष में बयान लिखवा लिए थे। इसके बाद धमकी देकर छोड़ा था कि हमारे खिलाफ गवाही दी, तो अगली बार जिंदा नहीं छोड़ेंगे। उमेश पाल ने 2007 में अपने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ ये केस दर्ज कराया गया था। तभी से यह केस चल रहा है।
उमेश पाल की हत्या से पहले हो चुकी थी गवाही
अपहरण के मुकदमे की पैरवी से लौटते समय 24 फरवरी को उमेश पाल की उनके घर के बाहर ताबड़तोड़ गोलियां और बम बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16 मार्च तक केस की सुनवाई पूरी करने का निर्देश दिया था। हत्या से पहले इस केस में उमेश पाल की गवाही हो चुकी थी। बचाव पक्ष का बयान दर्ज होना था। अब बचाव पक्ष की भी कोर्ट ने दलीलें सुन ली हैं।
यह लेटर अपर सत्र न्यायाधीश डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला की ओर से प्रयागराज पुलिस को भेजा गया है। इसमें माफिया अतीक अहमद को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
यह लेटर अपर सत्र न्यायाधीश डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला की ओर से प्रयागराज पुलिस को भेजा गया है। इसमें माफिया अतीक अहमद को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
सुनवाई पूरी, फैसला 28 मार्च को
उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज की स्पेशल एमपी/एमएलए कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई पूरी हो गई। सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व रखा है। स्पेशल कोर्ट इस मामले में 28 मार्च को अपना फैसला सुनाएगी। उमेश पाल अपहरण मामले में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को सजा मिलना लगभग तय माना जा रहा है। इसी अपहरण केस के सिलसिले में अतीक अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में लाने की तैयारी है।
पुलिस कमिश्नर बोले- अतीक को लेने के लिए एक टीम साबरमती जेल गई है
पुलिस कमिश्नर रमिश शर्मा ने बताया कि एक पुराने अपहरण के मुकदमे में माननीय न्यायालय के द्वारा फैसले की तारीख 28 मार्च तय की गई है। कोर्ट के आदेश पर अभियुक्तगणों को विधिक प्रक्रिया के तहत जेल से लाकर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर वापस जेल भेजा जाता है। इसी प्रक्रिया के तहत इस केस से संबधित सभी अभियुक्तगण को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाना है। माननीय न्यायालय के आदेश के अनुपालन में इस केस से संबंधित अभयुक्त माफिया अतीक अहमद को संबंधित न्यायालय के समक्ष तय तारीख पर प्रस्तुत किए जाने के लिए पुलिस की एक टीम को साबरमती जेल भेजा गया है।