रेबिका पहाड़िन हत्याकांड का मास्टर माइंड मैनुल अंसारी दिल्ली में दबोचा, 64 दिन बाद पकड़ाया, रेबिका किये थे 18 टुकड़ें

Mainul Ansari, master mind of Rebecca Pahadin murder case, arrested in Delhi, caught after 64 days, Rebecca was cut into 18 pieces

Jharkhand  News: बोरियो की चर्चित रेबिका पहाड़िन हत्याकांड का मास्टर माइंड मैनुल अंसारी को साहिबगंज से गई पुलिस टीम ने दिल्ली में दबोच लिया है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जा रहा है। शनिवार की रात तक पहुंचने की उम्मीद है। इसकी पुष्टि एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने की है।

शव को ठिकाने लगाने के लिए किए थे टुकड़े


पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीते 16-17 दिसंबर की रात को बोरियो के फाजिल टोला में रबिका पहाड़िन की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के लिए छोटे-छोटे टुकड़ों में काट दिया गया था। मामले में पुलिस बोरियो थाने में केस दर्ज कर अब तक रेबिका के पति दिलदार अंसारी समेत 10 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है। उधर, वारदात के बाद से दिलदार का मामा मैनुल अंसारी फरार चल रहा था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए गोड्डा जिले में भी छापेमारी की थी। हालांकि मैनुल वहां नहीं मिला था। पुलिस लगातार उसको ट्रेस कर रही थी। हालांकि घटना के बाद अपना मोबाइल बोरियो स्थित घर पर ही छोड़ देने से पुलिस को उसका ठिकाना पता लगाने में मुश्किल हो रही थी।


पारिवारिक विवाद में हुई थी रेबिका पहाड़िन की हत्या


बता दें कि आरंभिक जांच में पुलिस ने इसे पारिवारिक विवाद में की गई हत्या करार दिया। जानकारी के मुताबिक रेबिका से शादीशुदा दिलदार ने दूसरी शादी की थी। शादी के बाद वह रेबिका को बेंगलुरु लेकर चला गया था। वहां से वापस लौटने के बाद दिलदार ने रेबिका को बोरियो संथाली में एक किराए के मकान में रखा था हालांकि हत्या किए जाने से करीब 10 दिन पहले वह रेबिका को लेकर घर आ गया था। रेबिका को घर पर रखने से दिलदार के परिवार में विवाद होने लगा। इसी विवाद के बीच दिलदार की मां मरियम निशां ने रेबिका को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और इसमें अपने सगे भाई मैनुल अंसारी को शामिल किया। इसके लिए 20 हजार रुपये की सुपारी भी दी गई। 


64 दिन से फरार चल रहा था हत्यारोपी मैनुल अंसारी


मैनुल अंसारी ने इस साजिश में अपने दोस्त मैनुल हक को भी शामिल कर लिया। वारदात वाले दिन मरियम निशां, रेबिका को लेकर अपने भाई मैनुल अंसारी के घर पहुंची। यहीं, रेबिका को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसके शव को टुकड़ों में काटकर बोरियो संथाली में मोमिन टोला स्थित एक पुराने मकान में फेंक दिया। 17 दिसंबर की शाम को मोमिन टोला में एक निर्माणाधीन मकान में इंसानी पैर के टुकड़े मिले। यहां पैर में लगी नेल पॉलिश से दिलदार ने शव की पहचान अपनी पत्नी रेबिका पहाड़िन के रूप में की थी। 

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