Dove और Tresemme ड्राई शैंपू में अधिक मात्रा में मिला बेंजीन, जानिए इससे क्यों हो सकता है कैंसर

Benzene found in excess in Dove and Tresemme dry shampoos, know why it can cause cancer

बेंजीन के संभावित ऊंचे स्तर की वजह से यूनिलीवर यूनाइटेड स्टेट्स ने Dove, Nexxus, Suave, TIGI और TRESemmé के अक्टूबर 2021 से पहले बने एरोसोल ड्राई शैम्पू प्रोडक्ट को बाजार से वापस मंगा लिया है. यूनिलीवर यूएस इन उत्पादों को एहतियात के तौर पर वापस मंगवा रहा है. सरकारी एजेंसी ने रिटेलरों से इन ड्राई शैंपू को अपने यहां से हटाने के लिए कहा है. हालांकि सेहत के खतरे को लेकर स्वतंत्र तौर पर कराए गए मूल्यांकन के मुताबिक वापस मंगाए गए इन प्रोडक्ट में पाई गई बेंजीन की मात्रा से स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ने की उम्मीद नहीं है. यूनिलीवर को इस रिकॉल से संबंधित अब तक ऐसी किसी घटना की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है जिससे किसी पर इनके प्रतिकूल परिणाम होने की जानकारी मिली हो.

बेंजीन का उच्च स्तर स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है?


कुछ स्टडी ने ऐसे कैंसर की पहचान की है जो रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं, जैसे ल्यूकेमिया जो ज्यादा मात्रा में बेंजीन के संपर्क में आने वाले लोगों को होता है.2021 में 2,000 लोगों पर किए गए एक विश्लेषण में उन लोगों में नॉन-हॉजकिन लिंफोमा (non-Hodgkin lymphoma) या कैंसर की दर ऊंची पाई गई जो बेंजीन से ज्यादा एक्सपोज हो चुके थे. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की साल 2012 की एक दूसरी स्टडी से पता चला कि कि ऑइल रिफाइनिंग, रासायनिक उत्पादन और जूता बनाने वाले वर्करों में बेंजीन के ज्यादा संपर्क में आने की वजह से ल्यूकेमिया की दर ऊंची थी.

महज थोड़ी ही देर में सांस के जरिए बेंजीन शरीर के अंदर पहुंचकर इंसानों में सिरदर्द, चक्कर, उनींदापन, भ्रम और बेहोशी को अंजाम दे सकता है. ज्यादा मात्रा में बेंजीन शरीर के अंदर पहुंचने से उल्टी, पेट में जलन, नींद न आना, हृदय की गति तेज और मौत भी हो सकती है.जानवरों की स्टडी में इनहेलेशन (सांस के जरिए) और ओरल एक्सपोजर से न्यूरोलॉजिक (दिमागी), इम्युनोलॉजिक (शरीर की प्रतिरक्षा संबंधी) और हेमटोलॉजिक (खून संबंधी) असर नजर आते हैं.

बेंजीन होता है कार्सिनोजेन


अमेरिकन कैंसर सोसायटी के मुताबिक बेंजीन को एक कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया गया है. यह रसायन पर्यावरण में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, इसके अलावा कच्चे तेल और गैसोलीन में भी यह पाया जाता है. अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के मुताबिक बेंजीन का इस्तेमाल कुछ तरह के लुब्रिकेंट, डिटर्जेंट, डाई और कीटनाशक बनाने के लिए भी किया जाता है.

बेंजीन का संपर्क सांस के जरिए, मुंह के रास्ते और त्वचा के माध्यम से हो सकता है. ज्यादातर लोग उस हवा में सांस लेने से इसके संपर्क में आते हैं जिसमें यह रसायन होता है. बेंजीन का उत्पादन या इस्तेमाल करने वाले उद्योगों के वर्कर इसके संपर्क में ज्यादा आते हैं, लेकिन सिगरेट का धुआं इसका एक अन्य स्रोत है, और अमेरिका की कुल आबादी का लगभग आधा हिस्सा इस रसायन के संपर्क में है.

ब्लड कैंसर का खतरा अधिक


बेंजीन के संपर्क में आने से कैंसर हो सकता है जिसमें ल्यूकेमिया और बोन मैरो का कैंसर शामिल हैं जो जीवन के लिए बड़ा खतरा हो सकते हैं.बेंजीन एनीमिया, अत्यधिक रक्तस्राव (ब्लीडिंग) और इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाने की वजह बन सकता है. सांस के जरिए बेंजीन के उच्च स्तर के संपर्क में आने से अनियमित मासिक धर्म और अंडाशय के आकार छोटा होने का भी खतरा होता है.

FDA के मुताबिक, “बेंजीन पर्यावरण में हर जगह है. दुनिया भर में लोग घर के अंदर और बाहर कई स्रोतों के जरिए रोजाना इसके संपर्क में आते हैं.”

बेंजीन के संपर्क में आने से बच्चे उसी तरह प्रभावित होते हैं जैसे वयस्क. हालांकि इसकी जानकारी नहीं है कि वयस्कों की तुलना में बच्चे अधिक संवेदनशील होते हैं या नहीं, लेकिन बेंजीन मां के खून के रास्ते भ्रूण तक जा सकता है. जानवरों की स्टडी में पाया गया कि बेंजीन से हड्डियों के निर्माण में देरी और बोन मैरो को नुकसान पहुंचता है. इस स्टडी के लिए एक गर्भवती जानवर को हवा में मौजूद बेंजीन के संपर्क में लाया गया था.


 

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