बीपी के मरीज दवाओं का अधिक सेवन किडनी के लिए बन सकता है खतरा, पढ़ें
कई बार उच्च रक्तचाप (बीपी) और हृदय के इलाज लिए लोग लंबे समय तक नियमित दवाओं का सेवन करते रहते हैं। हाल ही में हुए एक नए शोध में खुलासा किया गया है कि बीपी और हृदय के इलाज लिए लंबे समय तक दवाओं का इस्तेमाल करने से किडनी खराब हो सकती है। अध्ययन के निष्कर्ष जेसीआई इनसाइट पत्रिका में प्रकाशित किए गए हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में यह चिंता जताई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मरीजों को दवाएं लेना जारी रखना चाहिए, जिसमें व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले एसीई अवरोधक शामिल हों।
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यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया स्कूल ऑफ मेडिसिन के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मारिया लुइसा सिकेरा लोपेज का कहना है कि क्रोनिक हाई ब्लड प्रेशर दुनियाभर में एक अरब लोगों को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि हमने शोध में यह पता कि दवाएं आमतौर पर उच्चरक्त चाप को नियंत्रित तो करती हैं, लेकिन यह जानने की आवश्यकता है कि ये आपके शरीर में कितना हानि पहुंचाती हैं।
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उन्होंने बताया कि चिकित्सकों द्वारा नियमित रूप से दी जाने वाली दवाएं कई बार गुर्दे या किडनी की रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर आक्रमण करने का कारण बन जाती हैं। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने पाया कि एसीई अवरोधक या एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स जैसे रेनिन-एंजियोटेंसिन सिस्टम को बाधित करने वाली दवाओं का लंबे समय तक इस्तेमाल समान प्रभाव डालता है।
दवाएं जीवन रक्षक, लेकिन लंबे समय तक सेवन हानिकारक
डॉ. मारिया लुइसा सिकेरा लोपेज का कहना है कि दवाएं जीवन रक्षक हो सकती हैं, लेकिन इनका लंबे समय तक सेवन करने से आपकी किडनी खराब हो सकती है। अध्ययन में चूहों और मानव पर प्रयोग कर ऐसा देखा जा चुका है। हालांकि, शोध टीम विस्तृत विश्लेषण के लिए जुटी है।