NEET UG Counselling 2021: एमसीसी 19 जनवरी से शुरू करेगी नीट यूजी काउंसिलिंग, mcc.nic.in पर शेड्यूल जारी, मनसुख मंडाविया ने दी शुभकामनाएं

NEET UG Counselling 2021: मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (MCC) की ओर से नीट यूजी काउंसिलिंग का 19 जनवरी 2022 (NEET UG Counselling) से शुरू की जा रही है। इस संबंध में एमसीसी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट mcc.nic.in पर पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है। नीट यूजी काउंसिलिंग का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी अब एमसीसी की वेबसाइट पर जाकर पूरा शेड्यूल चेक कर सकते हैं।
एमसीसी की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार, काउंसिलिंग तीन चरणों में मुख्य रूप से होगी। पहले चरण की काउंसिलिंग 19 जनवरी से शुरू होगी। इसमें अभ्यर्थियों को 19 से 24 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन कराने व फीस जमा कराने का समय मिलेगा। इसके बाद 20 जनवरी से 24 जनवरी तक च्वॉइस फिलिंग/लॉकिंग का समय दिया जाएगा। पहले चरण के अभ्यर्थियों का रिजल्ट 29 जनवरी को जारी होगा इसके बाद 30 जनवरी से अगले पांच दिन तक रिपोर्टिंग का समय तय किया गया है। इसी प्रकार से दूसरे चरण की काउंसिलिंग 9 फरवरी से और तीसरे चरण की काउंसिलिंग 2 मार्च से शुरू होगी।
MCC NEET-UG Counselling Schedule 2022 Link
नीट यूजी काउंसिलिंग 19 जनवरी (NEET UG Counselling) से शुरू किए जाने को लेकर सूचना देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा, " प्रिय छात्रों, MCC द्वारा NEET-UG के लिए काउंसलिंग 19 जनवरी से प्रारंभ की जा रही है। आप सभी देश का भविष्य हैं और आशा है की आप सभी सेवा ही धर्म के मंत्र के साथ अपने करियर को आगे नई दिशा देंगे। मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।"
प्रिय छात्रों, MCC द्वारा NEET-UG के लिए काउंसलिंग 19 जनवरी से प्रारंभ की जा रही है।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 13, 2022
आप सभी देश का भविष्य हैं और आशा है की आप सभी सेवा ही धर्म के मंत्र के साथ अपने करियर को आगे नई दिशा देंगे। मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।
एमसीसी ने हाल में वेबसाइट पर नोटिस जारी कर कहा था कि काउंसिलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जायेगी। राज्य कोटे के तहत कुल 192 मेडिकल कॉलेज 23,378 एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होगा। एमबीबीएस के लिए 83,075, बीडीएस के लिए 26,949, आयुष के लिए 52,720, बीवीएससी और एएच के लिए 603, एम्स के लिए 1,899 और जिपमर के लिए 249 है। छात्र को जरूरी डॉक्यूमेंट भी तैयार रखने को कहा गया था।