Mrinal Kutteri | Rank 1 NEET UG 2021Topper | Mrinal Kutteri Interview | Mrinal Kutter Strategy

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नई दिल्ली. मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET-UG 2021) के परिणाम सोमवार को घोषित कर दिए गए और इसमें तीन छात्रों ने शीर्ष रैंक हासिल की है। इस परीक्षा में तेलंगाना के मृणाल कुटेरी, दिल्ली के तन्मय गुप्ता और महाराष्ट्र की कार्तिका जी नायर ने शत-प्रतिशत अंक हासिल कर शीर्ष स्थान साझा किया। ऑल इंडिया टॉपर मृणाल कुटेरी कहते हैं कि मैंने बचपन में इंजीनियरिंग बनने का सपा देखा था। सातवीं कक्षा के बाद मैंनें इंजीनियरिंग बनने के ख्याब देखा तो वीडियो गेम्स खेली पर उसमें कुछ मजा नहीं आया। इसके बाद भारतीय सेना में जाने की सोची और फिर सेना में डॉक्टर बनने की सोचने लगा। पर बाद में फैसला लिया कि मुझे सामान्य डॉक्टर बनना है। बस यही सोचकर तैयारी शुरू कर दी। सेल्फ स्ट्डी के साथ-साथ कोचिंग में भी तैयारी की।

टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई की शुरू


मृणाल कहते हैं कि सफलता के लिए हर वक्त पढ़ाई जरूरी नहीं होती है। पहले मैंने भी टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई शुरू की। लेकिन बाद में बोझिल होने के कारण अपने ढंग से पढ़ाई शुरू की। मैं हर 45 मिनट के बाद ब्रेक लेता था। जो विषय जल्दी से याद होता था, उसे सबसे पहले याद करता था। ऐसे ही परीक्षा में भी जो प्रश्न पहले आते हैं, उन्हें सबसे पहले करता हूं। मृणाल कहते हैं कि मेरी मां सॉफ्टवेयर इंजीनियर तो पिता एचआर कंस्लटेंट हैं। लेकिन मैंने डॉक्टर बनकर आम लोगों की सेवा करना की सोची, ताकि दूसरों की मदद कर सकूं।

पढ़ाई के लिए अपनी हॉबी नहीं छोड़ी:


मैंने नीट में सफलता के लिए अपनी हॉबी को नहीं छोड़ा। पढ़ाई के दौरान मैंने म्यूजिक, वीडियो गेम और टीवी भी देखा है। इसका मतलब यह नहीं कि मैं सारा दिन देखता था। पढ़ाई के तनाव को दूर करने के लिए म्यूजिक में गिटार सबसे बेहतरीन माइंड फ्रेशनर की तरह रहा। मृणाल कुटेरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि NEET परीक्षा दो बार होनी चाहिए। पता नहीं क्यों परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी एनटीए मेडिकल उम्मीदवारों को दूसरा मौका देने को तैयार नहीं है।

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परीक्षा की तैयारियों को किए गए सवाल पर मृणाल कुटेरी ने बताया कि उन्होंने इसके लिए कोई विशेष स्ट्रैटजी नहीं बनाई बल्कि विषयों के प्रति उनका प्यार और चिकित्सा पेशे में आने की प्रेरणा ने उन्हें ये मुकाम दिलवाया। मृणाल कुटेरी ने बताया, "मैंने केवल NCERT और आकाश स्टडी मटीरियल फॉलो किया। NCERT की किताबों ने जीव विज्ञान और रसायन शास्त्र दोनों ही पेपर में मेरी मदद की, जबकि भौतिकी के लिए मैंने आकाश के स्टडी मेटीरियल को फॉलो किया। मैंने बहुत सारे मॉक टेस्ट का भी प्रयास किया जिससे मुझे पेपर और टेस्ट सीरीज़ से परिचित होने में मदद मिली।"

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NEET परीक्षा की तैयारियों के दौरान कोविड-19 की लहर ने मृणाल की तैयारियों पर कोई खास प्रभाव नहीं डाला। मृणाल ने बताया, "ऑफलाइन अध्ययन ऑनलाइन की तुलना में थोड़ा टाइम टेकिंग है। ऑनलाइन क्लासेज में आप फीजिकल क्लासेज के बाद का समय डिजिटल लर्निंग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए मैंने महामारी के समय का उपयोग NEET की तैयारी के लिए किया।" मृणाल अब एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करेंगे और भविष्य में सर्जन बनने की इच्छा रखते हैं। टॉपर ने कहा, "मैं सेना का डॉक्टर बनना चाहता था, लेकिन अब मैं एक फुल टाइम डॉक्टर बनना चाहता हूं। मैं एमबीबीएस पूरा करने के बाद सर्जन बनना चाहता हूं।"

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