दो बार असफल होने के बाद तीसरी बार में तोड़ दिया रिकॉर्ड, दोस्त लेते थे मजाक ऐसी है आईएएस अपाला मिश्रा की कहानी

IAS Topper Success Story: यूपीएससी परीक्षा 2020 (UPSC Exam 2020) में 9वीं रैंक हासिल करने वाली अपाला मिश्रा (IAS Topper Apala Mishra) डेंटल मेडिकल के अंतिम वर्ष में थीं, जब उन्होंने सिविल सर्विसेज (Civil Services Exam) में जाने का फैसला लिया था. उन्होंने साल 2018 से अपनी तैयारी शुरू कर दी थी और अपने दो प्रयासों में असफल भी रही थीं. अपाला मिश्रा की कहानी काफी इंस्पिरेशनल है, जो हर किसी को पता होनी चाहिए (IAS Topper Success Story).
दोस्त लेते थे मजाक
अपाला मिश्रा (IAS Apala Mishra) दो बार प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थीं. इस वजह से उनके दोस्त उनके सपने का मजाक उड़ाने लगे थे लेकिन वे अपनी तैयारियों में डटी रहीं.
अपाला जब डेंटल मेडिकल के अंतिम वर्ष में थीं, तब उन्होंने सिविल सर्विसेज (Civil Services Exam) में जाने का फैसला लिया था. उन्होंने साल 2018 से अपनी तैयारी शुरू कर दी थी और अपने दो प्रयासों में असफल भी रही थीं. बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और सिविल सर्विसेज की परीक्षा को उत्तीर्ण कर दिखाया.
दो बार असफल
यूपीएससी सिविल परीक्षा पास करने को लेकर अपाला मिश्रा (IAS Apala Mishra) कहना है कि उनका दो बार प्रीलिम्स परीक्षा में ही चयन नहीं हो पाया था. इसको लेकर उनके दोस्त उनका मजाकर उड़ाते थे. लेकिन उन्होंने इन सब चीजों को दरकिनार करके तैयारियां की और उनका चयन आईएएस के लिए हो गया.
सेल्फ स्टडी पर किया फोकस
अपाला मिश्रा ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन की थी. लेकिन फिर उन्हें समझ में आया कि सफल होने के लिए कोचिंग के बजाय सेल्फ स्टडी पर फोकस करना बेहतर रहेगा. एक बार मॉक टेस्ट (Mock Test) में उम्मीद से कम नंबर आने पर वे हताश हो गई थीं लेकिन उसे खुद पर हावी नहीं होने दिया.
इंटरव्यू में मिले सबसे ज्यादा मार्क्स
अपाला मिश्रा की मेहनत का ही नतीजा था कि उन्हें 2020 के इंटरव्यू में 215 अंक मिले. उनसे पहले 212 नंबर का रिकॉर्ड था. अपाला मिश्रा के मुताबिक अगर उन्हें सही समय पर अच्छा गाइडेंस मिल जाता तो वे पहले ही अपनी परीक्षा पास कर लेतीं.
ऐसे शुरू हुआ सफर
एक डॉक्यर की फील्ड से सिविल सेवा में जाने के फैसले को लेकर अपाला मिश्रा का कहना है कि उनके बैकग्राउंड से उन्हें प्रेरणा मिली थी. उन्होंने देश के हेल्थ सर्विस सिस्टम को ध्यान से देखा और महसूस किया कि इस पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है. इस विचार ने उन्हें समाज में ज्यादा प्रभाव डालने के लिए सिविल सेवा में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया.
सही गाइडेंस न मिलने का दुख
आईएएस अपाला मिश्रा ने अपने कई इंटरव्यू में बताया कि अगर उन्हें सही समय पर अच्छा गाइडेंस (UPSC Exam Guidance) मिल जाता तो वे पहले ही अपनी परीक्षा पास कर लेतीं. उनके पिता अमिताभ मिश्रा रिटायर्ड सैन्य अधिकारी हैं और मां प्रोफेसर हैं. अपाला मशहूर साहित्य लेखक स्वर्गीय हजारी प्रसाद द्विवेदी (Hazari Prasad Dwivedi) की पोती हैं.
ऐसे शुरू हुआ था जीत का सफर
एक डॉक्टर से सिविल सेवा की तरफ जाने की बात पर अपाला बताती हैं कि उनके बैकग्राउंड से उन्हें प्रेरणा मिली थी. उनके मुताबिक, मैंने देश के हेल्थ सर्विस सिस्टम को ध्यान से देखा और महसूस किया कि इस पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है. इस विचार ने मुझे समाज में ज्यादा प्रभाव डालने के लिए सिविल सेवा में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया (IAS Topper Success Story).