UPSC में 6th Rank लाने वाले Yaksh Chaudhary ने बताया, इंटरव्यू में कैसे पूछे गए सवाल और सिलेबस को लेकर दिया ये जवाब

हाल ही में आए यूपीएससी के रिजल्ट (UPSC Result) में यक्ष चौधरी (Yaksh Chaudhary) ने छठी रैंक हासिल की है। UPSC की तैयारी कर रहे छात्रों के मन में ढेरों सवाल होते हैं कि तैयारी कैसे करें। यदि लिखित परीक्षा प्री और मेंस पास कर लिया तो इंटरव्यू में कैसे सवाल पूछे जाते हैं। तैयारी से जुड़े कई सवाल होते हैं ऐसी ही कई जानकारी यक्ष चौधरी ने साझा की है। उन्होंने बताया है कि इंटरव्यू में कैसे-कैसे सवाल (Interview Questions) पूछे गए। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ऐसे कई सवालों के जवाब दिए।
परीक्षा की तैयारी कैसे शुरू हुई और कब जाकर सफलता मिली?
सिविल सर्विसेज में यह मेरा तीसरा प्रयास था। पहली बार जब इस परीक्षा में बैठा तो प्री भी नहीं पास कर सका। दूसरे प्रयास में मैं इंटरव्यू तक पहुंचा लेकिन अंतिम सूची में नाम नहीं आया। तीसरे प्रयास में मुझे छठा स्थान मिला। मेरा सौभाग्य था कि मुझे इस प्रयास में इतनी अच्छी रैंक मिली। मैं जब कॉलेज में था उस वक्त से भी तैयारी शुरू कर दी थी। मैंने पूरे ध्यान और मन लगाकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की।
इंटरव्यू में किस प्रकार के सवाल पूछे गए?
इंटरव्यू के दौरान मुझसे मेरे ग्रेजुएशन विषय सिविल इंजीनियरिंग और वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र से सवाल पूछे गए। सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट के रूप में मेरी नौकरी के बारे में प्रश्न पूछे गए थे। समसामयिक घटनाओं ,जलवायु आदि के बारे में भी कुछ प्रश्न पूछे गए। इंटरव्यू यूपीएससी परीक्षा का सबसे इंटरेस्टिंग पार्ट है। यहां आपको बोर्ड मेंबर से मिलने का मौका मिलता है और विभिन्न विषयों से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।
ऐसी कौन सी बात थी जिससे आप इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित हुए
समाज के लिए कुछ करना है इस बात ने मुझे प्रेरित किया। मैंने अपने आसपास समस्याएं देखी हैं। मैं प्रशासन का हिस्सा बनना चाहता था ताकि मैं समस्या के समाधान में योगदान दे सकूं। मैं अपने कॉलेज के दिनों में कई सामाजिक गतिविधियों से भी जुड़ा था। मैं युवा सशक्तिकरण क्लब का सचिव था जहां महिलाओं की स्थिति और जरूरतमंदों को अतिरिक्त कपड़े वितरित करने जैसे सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए कई गतिविधियां आयोजित की गईं। इन गतिविधियों ने लोगों को समाज से जोड़ा है, दूसरों की मदद करने के लिए सहानुभूति और जुनून पैदा किया है। मुझे लगता है कि सिविल सेवा में मुझे ऐसे कार्यों के लिए एक मंच मिलेगा।
अपनी सफलता का श्रेय किसे देना चाहते हैं?
मेरी सफलता का पूरा श्रेय मेरे परिवार के सदस्यों, विशेषकर मेरे भाई अमित को जाता है। मेरे यूपीएससी के पूरे सफर में मेरे दोस्तों ने भी मेरा साथ दिया। और थोड़ा क्रेडिट मुझे भी मिलना चाहिए क्योंकि मैंने खुद मेहनत की है।
तैयारी कर रहे छात्रों के मन में सिलेबस को लेकर कई सवाल होते हैं, क्या कहेंगे?
जहां तक सिलेबस की बात है इसके सभी मेन टॉपिक और सब टॉपिक को ध्यान से कवर करना चाहिए। कॉन्सेप्ट एकदम से क्लियर होना चाहिए। इससे समझने में आसानी होती है और वह विषय लंबे समय तक याद भी रहता है। जो भी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनसे मैं कहना चाहूंगा कि तैयारी सही दिशा में और कड़ी मेहनत के साथ होनी चाहिए। प्रक्रिया में विश्वास रखें और रुचि के साथ पढ़ाई करें। सिविल सेवा के लिए आत्मविश्वास और प्रेरणा होनी चाहिए।