Benito Juarez Underpass: आसान हुई दिल्ली से गुरुग्राम की राह, धौलाकुआं का ट्रैफिक होगा कम; रोजाना होगी 2181 लीटर ईंधन की बचत

सात साल के लंबे इंतजार के बाद बेनितो जुआरेज मार्ग (Benito Juarez Marg underpass) के साथ सेंट मार्टिन मार्ग और रिंग रोड को जोड़ने वाला अंडरपास शनिवार को जनता के लिए खोल दिया गया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 1.2 किलोमीटर लंबे अंडरपास का उद्घाटन किया। बेनितो जुआरेज अंडरपास खुलने के बाद अब दिल्ली से गुरुग्राम के बीच सफर करने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा।
गुरुग्राम के अलावा महिपालपुर, द्वारका, आईजीआई एयरपोर्ट से मध्य दिल्ली की तरफ आने वाले लोगों को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा। अब लोग धौला कुआं जाने के बजाय सुब्रत पार्क से दाहिने मुड़कर इस अंडरपास के जरिए सीधे रिंग रोड पर आ सकेंगे। इस मौके पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि बेनितो जुआरेज पहला अंडरपास है, जिसका आकार वाई शेप का है।
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इसके बनने से दक्षिणी दिल्ली के साथ-साथ दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा से एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले लाखों लोगों को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा धौला कुआं, सरदार पटेल मार्ग सहित एयरपोर्ट के बीच सुबह-शाम होने वाले ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। उन्होंने बताया कि इस अंडरपास से रोजाना 2181 लीटर ईंधन की बचत होगी। इससे 5.11 टन कार्बन डाईऑक्साइड का कम उत्सर्जन होगा जिससे प्रदूषण कम होगा। उन्होंने कहा कि यह अंडरपास इंजीनियरिंग का खास नमूना भी है। इसपर आकर्षक आर्टवर्क भी किए गए हैं।
इन्हें इस तरह मिलेगा लाभ
बेनितो जुआरेज अंडरपास के खुलने के बाद दक्षिणी दिल्ली में रहने वाले कई इलाकों के लोगों की आवाजाही आसान होगी। इस अंडरपास से राव तुलाराम (आरटीआर) मार्ग, रिंग रोड और धौला कुआं पर ट्रैफिक का भार कम होगा। गुरुग्राम और आईजीआई एयरपोर्ट की ओर से एम्स, मोतीबाग और मध्य दिल्ली जाने के लिए धौलाकुआं से होकर आना-जाना पड़ता है। अंडरपास शुरू होने के बाद अब गुरुग्राम, एयरपोर्ट, द्वारका, महिपालपुर से आने वाले लोग सीधे आउटर रिंग रोड होते हुए बीजे मार्ग और वहां से बेनितो जुआरेज अंडरपास होते हुए एम्स या मोती बाग की ओर बिना रुके सफर कर पाएंगे।
अंडरपास को दुर्गा बाई देशमुख साउथ कैंपस मेट्रो स्टेशन (धौला कुआं) से वाई आकार में दो दिशाओं में बनाया गया है। एक हिस्सा सेंट मार्टिन रोड और दूसरा रिंग रोड पर निकलता है। अंडरपास शुरू हो जाने से धौलाकुआं पर भी 25 फीसदी तक ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। परियोजना में राहगीरों को दिक्कत न हो इसके लिए सेंट मार्टिन मार्ग और बेनितो जुआरेज मार्ग पर अंडरपास के दोनों हिस्सों को जोड़ने वाला एक 670 मीटर लंबा स्काईवॉक भी बनाया गया है।
देरी के चलते बढ़ी लागत
बेनितो जुआरेज अंडरपास बनाने में हुई देरी के चलते इस योजना की लागत में 40 फीसदी का इजाफा हुआ है। जब 2013 में इस योजना को मंजूरी दी गई तब इसकी लागत 102.4 करोड़ रुपये थी, लेकिन लगातार देरी के चलते इसकी लागत 143.78 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। नवंबर 2015 में इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था। तब डेढ़ साल के अंदर इसे पूरा करने का लक्ष्य था। मगर 2015-2018 के बीच सिर्फ 35 फीसदी काम हुआ। ढाई साल तक सिर्फ वहां मौजूद हाईटेंशन तारों को हटाने में देरी के चलते काम रुका रहा। यह पूरी योजना राव तुलाराम (आरटीआर) फ्लाईओवर का हिस्सा था। पहले हिस्से में आरटीआर फ्लाईओवर को जुलाई 2019 में खोल दिया गया था।
दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बना रहे
मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार का सपना है कि जिस तरह दिल्ली के स्कूल-अस्पताल शानदार बने हैं, उसी तरह दिल्ली की सड़कें भी शानदार बनें। दिल्ली की सड़कें पहचान के रूप में स्थापित हों। इसे लेकर हमने काम शुरू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आने वाली 1400 किलोमीटर सड़कों का विश्वस्तरीय मानकों के साथ सौंदर्यीकरण करने के साथ आवाजाही सुगम बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एमसीडी में जब जनता हमें मौका देगी तो वहां की सड़कों को भी हम बेहतर बनाएंगे।
अहम बातें
- 1.2 किलोमीटर लंबा है अंडरपास
- 143 करोड़ 78 लाख की लागत से बनाया गया है
- 02 लेन का वाई आकार का बना है अंडरपास
- 2015 से चल रहा था इसपर काम
- 08 डेडलाइन मिस हुई इस प्रोजेक्ट की
ये फायदे होंगे
- 03 लाख के करीब लोग रोजाना गुजरते हैं, उन्हें लाभ मिलेगा
- 25 फीसदी ट्रैफिक भार कम होगा धौला कुआं पर
- 2181 लीटर ईंधन की बचत होगी जाम खत्म होने से
- 5.11 टन कार्बन डाईऑक्साइड गैस का कम उत्सर्जन होगा