ग्रेटर नोएडा अमेजॉन वेयरहाउस में हुई लूट का खुलासा, कर्जा उतारने के लिए पूर्व सिक्योरिटी गार्डों ने की वारदात

Loot revealed in Greater Noida Amazon warehouse, former security guards committed the crime to repay the loan

Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर थाना पुलिस ने अमेजॉन वेयरहाउस में लूट का खुलासा करते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन लुटेरों के कब्जे से लूटी हुई तिजोरी और 12,25,631 रुपये बरामद किये। इन लुटेरों में से 2 लोग वेयरहाउस पर पहले सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी किया करते थे। उन्हीं लोगों ने यहां पर लूट की योजना बनाई।

सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी साद मिया खान ने बताया कि 1 जनवरी को सुबह 3 बजे अमेजॉन वेयरहाउस पर बदमाशों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। इस दौरान बाइक सवार बदमाश वेयरहाउस से तिजोरी लूट कर फरार हो गए थे। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज को पुलिस को खंगाला गया और लूट का खुलासा करने के लिए चार टीम बनाई गई।

सीसीटीवी फुटेज में एक पल्सर मोटरसाइकिल कैद हुई। उसी के आधार पर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस इन बदमाशों तक पहुंच गई। उसके बाद पुलिस ने सूरजपुर कस्बे की श्यामविहार कॉलोनी से लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस दौरान औरैया निवासी राजकुमार, बुलंदशहर के बड़ौदा निवासी सचिन और राजा को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने इन लोगों के कब्जे से अमेजन कंपनी से लूटी हुई तिजोरी और पूरा कैश बरामद कर लिया। दरसअल सारा कैश तिजोरी में ही था। उन्होंने तिजोरी को ग्राइडर से काटने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। आरोपी राजकुमार और सचिन पहले वेयरहाउस में सिक्योरिटी गार्ड थे। 4 महीने पहले इन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। पूछताछ में बताया कि जब वे लोग यहां पर सिक्योरिटी की नौकरी करते थे तो उन्हें इसकी पूरी जानकारी थी। उन्हें यह पता था कि 1 तारीख को यहां पर स्टफ़ कम रहेगा। उस दिन कैश भी ज्यादा रहेगा। इसी को लेकर उन्होंने सुबह 3 बजे वेयरहाउस पर धावा बोला। कर्मचारियों को गन प्वाइंट पर लेकर तिजोरी लेकर फरार हो गए।

साद मियां खान ने बताया कि इन लोगों पर काफी ज्यादा कर्ज हो गया था। कर्ज उतारने के लिए ही इन्होंने लूट की योजना बनाई। यह 15 दिनों से लूट की तैयारियों में लगे हुए थे। यह केवल सही समय की तलाश कर रहे थे। इन्हें पता था कि 1 तारीख को यहां पर कैश ज्यादा होगा। सुबह स्टाफ भी कम होगा। आरोपियों पर पहले से कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। पहली बार लूट की घटना को अंजाम दिया था।

Share this story