PhD छात्र अंकित खोखर की हत्या कर चार टुकड़े नहर में फेंके:मकान मालिक ने 60 लाख हड़पे, फिर हत्या करके 40 लाख खाते से निकाले

Killed PhD student Ankit Khokhar and threw four pieces into the canal: The landlord grabbed 60 lakhs, then killed him and took out 40 lakhs from his account

उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में PHD छात्र अंकित खोखर की हत्या कर दी गई। हत्यारों ने लाश के चार टुकड़े किए और उन्हें गंगनहर में अलग-अलग जगह पर फेंक दिया। मकान मालिक ने छात्र से बिजनेस करने के लिए 60 लाख रुपए उधार लिए। पैसा न देना पड़े, इसलिए उसको मार डाला। इतना ही नहीं, आरोपी ने छात्र की हत्या के बाद उसके खाते से 40 लाख रुपए भी ऑनलाइन निकाल लिए। पुलिस ने इस मामले में कई लोग उठा लिए हैं। लाश के टुकड़ों की तलाश जारी है।

7 अक्टूबर को लापता हुआ था अंकित खोखर


बागपत जिले में गांव मुकुंदपुर निवासी अंकित खोखर लखनऊ के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से PHD कर रहा था। तीन महीने पहले उसने विश्वविद्यालय में अपनी फाइल संबिट की और फिर गाजियाबाद आ गया। अंकित यहां कस्बा मोदीनगर स्थित राधा एन्क्लेव कॉलोनी में उमेश शर्मा के मकान में किराए पर रह रहा था। अंकित के मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है। बागपत जिले में पुश्तैनी प्रॉपर्टी करीब डेढ़ करोड़ रुपए में अंकित के द्वारा बेची गई थी, जिसका सारा पैसा अंकित के खाते में आया था। 7 अक्टूबर को अंकित संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया।

दोस्त को हुआ शक तो कराई गुमशुदगी दर्ज


करीब दो महीने तक कोई सुराग नहीं लगने पर अंकित के दोस्त रूपेश कुमार ने 12 दिसंबर को थाना मोदीनगर पर पहुंचकर उसके गुमशुदा होने की FIR कराई। रूपेश ने ये भी बताया कि अंकित का मोबाइल ऑन है। वो कॉल रिसीव नहीं करता, लेकिन मैसेज से जवाब आते हैं। पर जो मैसेज आ रहे हैं, वो लैंग्वेज अंकित की नहीं है, क्योंकि वो अंकित के मैसेज की लैंग्वेज को अच्छे तरीके से जानता है। ये जानकारी भी सामने आई अंकित के खाते से कुछ रुपए निकाले गए हैं। पुलिस ने मोबाइल नंबर के जरिये अंकित के बैंक अकाउंट की डिटेल्स निकलवाई तो पता चला कि अब तक भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिये उसके खाते से रकम निकल रही है। अंकित की आखिरी बार लोकेशन उसके किराए वाले मकान में थी। पुलिस ने मकान मालिक उमेश शर्मा को कस्टडी में ले लिया।

घर में हत्या की, गंगनहर में फेंके लाश के टुकड़े


मकान मालिक उमेश से जब पूछताछ हुई तो सच्चाई जानकर पुलिस के होश उड़ गए। पता चला कि 6 अक्टूबर 2022 को ही उमेश ने अपने दोस्तों को बुलाकर घर के अंदर अंकित खोखर की हत्या कर दी थी। फिर लाश के चार टुकड़े किए और उन्हें मुरादनगर से निवाड़ी के बीच गंगनहर में फेंक दिया था।

हत्या के दो महीने बाद पैसा निकालता रहा आरोपी


उमेश ने पुलिस को बताया कि उसे अंकित के खाते में मोटी रकम होने की जानकारी थी। उसने सितंबर महीने में अंकित से 60 लाख रुपए बिजनेस करने के नाम पर उधार लिए थे। उमेश को ये भी पता था कि अंकित के परिवार में अब कोई मेंबर जीवित नहीं बचा है। अगर अंकित को मार दिया जाए तो पैसा भी वापस नहीं करना पड़ेगा। इसी साजिश के तहत उसने अंकित को मार दिया। अंकित के मोबाइल पर नेट बैंकिंग चालू थी। इसी के जरिये अक्टूबर से दिसंबर तक अनेक बार उमेश ने करीब 40 लाख रुपए और निकाल लिए। अब अंकित के खाते में सिर्फ 9 लाख रुपए बचे हैं, जबकि प्रॉपर्टी बेचने के वक्त उसके खाते में करीब डेढ़ करोड़ रुपए थे। पुलिस मान रही है कि ये सारा पैसा उमेश शर्मा और उसके दोस्तों ने हड़प लिया है।

खून-बाल बरामद, लाश के टुकड़ों की तलाश जारी
फिलहाल उमेश व उसके करीब पांच दोस्त मोदीनगर पुलिस की कस्टडी में हैं। उमेश के घर से पुलिस की फोरेंसिक टीम ने खून और बाल बरामद किए हैं जो संभवत: अंकित के हैं। पुलिस की दो टीमें मुरादनगर से निवाड़ी के बीच गंगनहर में सर्च ऑपरेशन चला रही है, ताकि लाश के टुकड़े मिल जाएं। लेकिन ये असंभव दिख रहा है। क्योंकि लाश को डंप हुए करीब दो महीने से ज्यादा का वक्त निकल चुका है। फिलहाल पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपियों ने अंकित खोखर की हत्या करना कुबूल लिया है। लाश को रिकवर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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