Noida News: नोएडा सरस मेले में पहुंचे गिरिराज सिंह, 25 करोड़ में 19 करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्र में, 2024 तक रोजगार से जुड़ेंगी 10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं

Giriraj Singh arrived at Noida Saras Mela: 19 crore houses out of 25 crore in rural areas, 10 crore rural women will get employment by 2024

Noida News: भारत एक सांस्कृतिक सनातनी देश है। प्रधानमंत्री का स्पष्ट कहना है कि महिला सशक्तिकरण के नाम पर केवल कार्यक्रम आयोजित न हों, बल्कि संकल्प लेना होगा। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी उद्देश्य के साथ सरस आजीविका मेले के आयोजन देशभर में किए जा रहे हैं। ये बात केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री गिरिराज सिंह ने नोएडा में सेक्टर-33ए नोएडा हाट में रखे। वे यहां मंत्रालय द्वारा आयोजित सरस आजीविका मेला 2023 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्र में विकास पर जोर देने की आज प्रबल आवश्यकता है। देशभर के 25 करोड़ घरों में से 19 करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्र में हैं, जो भारत की प्रबल पहचान हैं। मंत्रालय का लक्ष्य 2024 तक 10 करोड़ बहनों तक रोजगार से जोड़ना है। वर्ष 1999 से 2014 तक 15 लाख घरों तक पकड़ थी, जिसे हमने 9 करोड़ तक पहुंचा दिया है। यहां आई कोई बहन आसाम की हो या केरल की इनके उत्पाद आपके द्वारा खरीदने से इनके घर में रोशनी आएगी, खुशहाली आएगी। सरस मेला बहनों को आत्म निर्भर बनाने का एक प्लेटफॉर्म है और ई-कॉमर्स दूसरा प्लेटफॉर्म है।

इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि आज हर क्षेत्र में देश की प्रगति में महिलाओं की अहम भूमिका है। प्रधानमंत्री का यही सपना है कि भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया जा रहा है। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से भी विकास का रास्ता खुलता है। सरस मेला इसका जीता जागता उदाहरण है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश के राज्यों की संस्कृति और उत्पादों की गुणवत्ता को दर्शाता है यह सरस आजीविका मेला। सरकार का प्रयास है कि हर ग्रामीण महिला/दीदी का अपना स्वरोजगार हो, ताकि वो अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। हाल ही में प्रधानमंत्री ने आदि महोत्सव में अपील करते हुए कहा था कि हमारे देश की बहनें जो उत्पाद तैयार करती हैं, उनकी गुणवत्ता परखें।

ग्रामीण परिवेश की बहने किस प्रकार अपने परिवार के साथ समाज और देश के विकास में भूमिका निभा रही हैं। कुलस्ते ने कहा कि मंत्रालय का लक्ष्य है कि हर बहन की सालाना बचत एक लाख रुपए हो। इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। 17 फरवरी से 05 मार्च तक आयोजित होने वाला यह सरस आजीविका मेला स्वयं में विविधता में एकता की एक अनूठी मिसाल है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से सचिव ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार शैलेष कुमार सिंह,अपर सचिव चरणजीत सिंह, संयुक्त सचिव नीता केजरीवाल, निदेशक राघवेंद्र प्रताप सिंह तथा चिरंजी लाल कटारिया सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्रियों के अधिकारियों के समूह ने यहां मेले में सभी राज्यों के स्टाल पर जाकर उनके उत्पादों की जानकारी ली।

17 फरवरी से 05 मार्च 2023 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद क़रीब 27 राज्यों के 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सरस मेले वर्ष 1999 से निरंतर आयोजित हो रहे हैं।

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