Noida: MBBS में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत 3 गिरफ्तार

Noida Crime News: एमबीबीएस में दाखिला कराने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। अब इस गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 19 लाख रुपए नगद और लाखों के गहने बरामद किए हैं। अपर पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) विशाल पांडे ने बताया कि सेक्टर 63 में करियर कंसल्टेंसी के नाम से ऑफिस खोलकर नीरज कुमार सिंह उर्फ अजय, अभिषेक आनंद उर्फ सुनील तथा मोहम्मद जुबेर नीट की परीक्षा में कम अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया कि तीनों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 19 लाख रुपए नगद, लाखों रुपए कीमत के गहने एवं अन्य सामान बरामद किए गए हैं। विशाल पांडे ने बताया कि इस मामले में ही एक जनवरी को तसकीर, रितिक सिंह उर्फ लवली कौर और वैशाली पाल को गिरफ्तार किया गया था। गिरोह के बाकी सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। नीरज इस गिरोह का सरगना है जिसके खिलाफ दिल्ली, बिहार सहित विभिन्न जगहों पर कई मुकदमे दर्ज हैं।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ की रहने वाली एक युवती दर्शिका ने कुछ दिन पहले नोएडा के सेक्टर-126 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्राथमिकी में कहा गया था कि एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने उससे करीब 13 लाख रुपये ठग लिए हैं। इसके बाद पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर के छानबीन शुरू की। पुलिस ने गिरोह के दीपक (बिहार निवासी) और राजेश (आजमगढ़ निवासी) को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह ने ठगी करने के लिए बाकायदा अपने ऑफिस खोल रखे थे। गिरोह का कार्यालय लखनऊ, दिल्ली के मालवीय नगर, कानपुर में थे।
आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को सनसनीखेज जानकारियां हाथ लगीं। पुलिस को पता चला कि गिरोह ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, बिहार समेत विभिन्न राज्यों में रहने वाले छात्रों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। पुलिस को छानबीन में पता चला कि इस गिरोह के लोग लोग नीट परीक्षा में असफल रहने वाले छात्र-छात्राओं का डाटा इंटरनेट के माध्यम से जुटाते थे। इसके बाद इन छात्रों से संपर्क कर उन्हें सरकारी या निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का लालच देते थे। दाखिला मिलने की उम्मीद में छात्र इन के चंगुल में फंस जाते थे। बताया जाता है कि इस अंतरराज्यीय गिरोह ने करोड़ों रुपये की ठगी की है।