Batla House Encounter केस के आरोपी की मौत, तिहाड़ में बंद था शहजाद, एम्स में चल रहा था इलाज

Batla House Encounter: तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी की बीमारी के चलते मौत हो गई। शहजाद उर्फ पप्पू नाम के कैदी के खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज थे। शहजाद (Shahzad) बटाला हाउस एनकाउंटर (Batla House Encounter) मामले में साल 2010 से बंद था। करीब डेढ़ महीने से बीमारी के चलते अलग अलग अस्पतालों में भर्ती था। 2008 के बाटला हाउस एनकाउंटर मामले के आरोपी शहजाद की शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान मौत हो गई। आरोपी इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का सदस्य था। आईएम के संदिग्ध आतंकी शहजाद अहमद (33) को 2008 के बाटला हाउस मुठभेड़ मामले में इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या एवं अन्य अधिकारियों पर हमले को लेकर दोषी ठहराया गया था।
जेल के अधिकारियों ने बताया कि बटाला हाउस एनकाउंटर मामले में तिहाड़ जेल से मंडोली जेल में स्थानातांरित किए गए आतंकवादी शहजाद अहमद उर्फ पप्पू की शनिवार सुबह एम्स अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों का कहना है कि वह करीब डेढ़ माह से बीमार चल रहा था इलाज के लिए उसे पहले जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसको एम्स में स्थानांतरित किया गया था। वह छह फरवरी 2010 से तिहाड़ नंबर आठ और नौ में बंद था। गत सात जुलाई 2022 को शहजाद अहमद को मंडोली जेल की जेल नंबर 15 में स्थानांतरित कर दिया गया था।
बटाला हाउस एनकाउंटर मामले में शहजाद को उम्र कैद की सजा हुई थी इस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा और एक हवलदार की मौत हुई थी। तिहाड़ जेल अधिकारियों ने बताया कि इस मामले मे शहजाद के खिलाफ जामिया नगर थाने में मामला दर्ज हुआ था। जेल अधिकारियों का कहना है कि शहजाद अहमद उर्फ पप्पू के खिलाफ कनॉट प्लेस,तिलक मार्ग, ग्रेटर कैलाश तथा बंगलौर में भी मामले दर्ज थे। शहजाद को आठ दिसम्बर 2022 को मंडोली जेल से जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डाक्टरों ने उसे गाल ब्लेडर स्टोन की बीमारी से ग्रस्त पाया था।
27 दिसम्बर 2022 को शहजाद को जीटीबी अस्पताल से सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया था। यहां से उसकी हालत को देखते हुए 11 जनवरी 2023 को एम्स अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई। शहजाद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के खालिसपुर गांव का रहने वाला है. शहजाद आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का हिस्सा है। शहजाद को साल 2013 में सजा हुई थी, जबकि इसके 2 साथी आतिफ आमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए थे। वहीं, एक आरोपी को मौके से ही पकड़ लिया गया था। शहजाद की उम्र 32 साल थी। तबीयत खराब होने पर पहले उसे जीटीबी अस्पताल भेजा गया।
इसके बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। अदालत ने उसे बाटला हाउस मुठभेड़ मामले में इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या व अन्य अधिकारियों पर हमला करने का दोषी ठहराया था। जानकारी के मुताबिक स्पेशल सेल को एक सूचना मिली थी कि इंडियन मुजाहिदीन के कुछ आतंकी बाटला हाउस इलाके के एक मकान में छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर 19 सितंबर, 2008 की सुबह इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी उस वक्त मौके पर पहुंचे और आतंकियों को घेरने का प्लान बनाया। तभी आतंकियों के साथ बाटला हाउस के मकान नंबर एल-18 में मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें दो आतंकी मारे गए थे. जबकि इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे।